चल रही भवसागर में ये जीवन नौका है जीवन तो एक समझौता है। चल रही भवसागर में ये जीवन नौका है जीवन तो एक समझौता है।
जन्म से सफ़र जो शुरू होता है बचपन से बुढ़ापा यही सत्य है जन्म से सफ़र जो शुरू होता है बचपन से बुढ़ापा यही सत्य है
रिश्ता उनसे बहुत कम वक्त के लिए जुड़ पाता है रिश्ता उनसे बहुत कम वक्त के लिए जुड़ पाता है
कुछ लोगो के जाने के बाद ही उनके साथ की कीमत पता चलती है! कुछ लोगो के जाने के बाद ही उनके साथ की कीमत पता चलती है!
स्व-विश्वास की पतवार ही तो जीवन की नैया लगाएगी पार। स्व-विश्वास की पतवार ही तो जीवन की नैया लगाएगी पार।
वो सफ़र , जो शुरू हुआ है अभी अभी लेकिन चलेगा सदियों तलक बिना रुके , बिना थके वो सफ़र , जो शुरू हुआ है अभी अभी लेकिन चलेगा सदियों तलक बिना रुके , बि...